NCERT solutions & book देव lessons explanation in English and tamil

NCERT solutions & book देव lessons explanation in English and tamil

देव


NCERT Hindi Book explanation in English and tamil 

NCERT solutions Hindi 


 

NCERT Hindi Book explanation in English and tamil 

NCERT solutions Hindi सूरदास




 

सवैया


पाँयनि नूपुर मंजु बजै, कटि किंकिनि कै धुनि की मधुराई।
साँवरे अंग लसै पट पीत, हिये हुलसै बनमाल सुहाई।
माथे किरीट बड़े दृग चंचल, मंद हँसी मुखचंद जुन्हाई।
जै जग-मंदिर-दीपक सुंदर, श्रीब्रजदूलह ‘देव’ सहाई॥

Meaning in English

The royal form of Krishna is described in this Savaiya.  The poet says that the anklets of Krishna's feet are melodious.  Krishna is wearing a looms in his waist, which also sounds melodious.  A yellow cloth is wrapped on his dark body and a garland of flowers looks very beautiful around his neck.  His head is decorated with a crown under which his playful eyes are beautifying.  His face looks like the moon, which is shattering the moonlight of the dim smile.  The form of Shri Krishna is glowing as if the lamp of a temple is shining.

Meaning in Hindi

इस सवैया में कृष्ण के शाही रूप का वर्णन किया गया है।  कवि कहता है कि कृष्ण के पैरों की पायल मधुर है।  कृष्ण ने कमर में एक करघनी पहन रखी है, जो मधुर भी लगती है।  उसके काले शरीर पर एक पीला कपड़ा लिपटा हुआ है और उसके गले में फूलों की एक माला बहुत सुंदर लग रही है।  उसके सिर को एक मुकुट से सजाया गया है जिसके नीचे उसकी चंचल आँखें सुशोभित हैं।  उसका चेहरा चाँद की तरह दिखता है, जो मंद मुस्कान की चाँदनी को चकनाचूर कर रहा है।  श्री कृष्ण का रूप ऐसा चमक रहा है मानो किसी मंदिर का दीपक चमक रहा हो।

Meaning in Tamil

கிருஷ்ணரின் அரச வடிவம் இந்த சவாயாவில் விவரிக்கப்பட்டுள்ளது. கிருஷ்ணரின் கால்களின் சலங்கை மெல்லிசை என்று கவிஞர் கூறுகிறார். கிருஷ்ணர் இடுப்பில் ஒரு பட்டுத்துணி அணிந்துள்ளார், அதுவும் மெல்லிசையாக ஒலிக்கிறது. அவரது இருண்ட உடலில் ஒரு மஞ்சள் துணி மூடப்பட்டிருக்கும் மற்றும் பூக்களின் மாலை அவரது கழுத்தில் மிகவும் அழகாக இருக்கிறது. அவரது தலை கிரீடத்தால் அலங்கரிக்கப்பட்டுள்ளது, அதன் கீழ் அவரது விளையாட்டுத்தனமான கண்கள் அழகுபடுத்துகின்றன. மங்கலான புன்னகையின் நிலவொளியை சிதறடிக்கும் சந்திரனைப் போல அவரது முகம் தெரிகிறது. ஸ்ரீ கிருஷ்ணரின் வடிவம் ஒரு கோவிலின் விளக்கு பிரகாசிப்பது போல் ஒளிரும்.

कवित्त


डार द्रुम पलना बिछौना नव पल्लव के,
सुमन झिंगूला सोहै तन छबि भारी दै।
पवन झूलावै, केकी-कीर बतरावैं ‘देव’,
कोकिल हलावै हुलसावै कर तारी दै।।
पूरित पराग सों उतारो करै राई नोन,
कंजकली नायिका लतान सिर सारी दै।
मदन महीप जू को बालक बसंत ताहि,
प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दै॥

Meaning in English:


The beauty of spring is described in this poem.  The poet is looking at him as a child from a young.  The cradle of a tree is made for spring and a bed of new leaves is placed on that cradle.  Basant is dressed in flowers which adds to her beauty.  The winds of the wind are swinging him.  Peacocks and parrots are talking with him.  The cuckoo is also amusing him by talking with him.  They are also playing applause in between.  The scent of pollen comes from flowers, as if old women at home are eyeing the child with rye and salt.  Basant is the son of Kamdev whom rose buds wake up with a pinch in the morning.

Meaning in hindi:

इस कविता में वसंत की सुंदरता का वर्णन किया गया है।  कवि उसे एक बच्चे से एक युवा के रूप में देख रहा है।  एक पेड़ का पालना वसंत के लिए बनाया गया है और उस पालने पर नई पत्तियों का एक बिस्तर रखा गया है।  बसंत को फूलों से सजाया जाता है जो उसकी सुंदरता में चार चांद लगाता है।  हवा के झोके उसे झूल रहे हैं।  मोर और तोते उसके साथ बात कर रहे हैं।  कोयल भी उसके साथ बात करके उसे खुश कर रही है।  वे बीच-बीच में तालियां भी बजा रहे हैं।  पराग की गंध फूलों से आती है, जैसे कि घर की बूढ़ी महिलाएं राई और नमक से बच्चे पर नजर गड़ाए हुए हैं।  बसंत कामदेव का पुत्र है, जिसकी कलियाँ सुबह उठने पर चुटकी से बजती हैं।

Meaning in Tamil:

வசந்தத்தின் அழகு இந்த கவிதையில் விவரிக்கப்பட்டுள்ளது. கவிஞர் ஒரு சிறு வயதிலிருந்தே அவரைப் பார்க்கிறார். ஒரு மரத்தின் தொட்டில் வசந்த காலத்தில் தயாரிக்கப்பட்டு, அந்தத் தொட்டிலில் புதிய இலைகளின் படுக்கை வைக்கப்படுகிறது. வசந்த்  பூக்களை அணிந்துள்ளார், இது  அவருக்கு அழகை சேர்க்கிறது. காற்றின் காற்று அவரை ஊஞ்சல் ஆட்டிக்கொண்டிருக்கிறது. மயில்களும் கிளிகளும் அவருடன் பேசுகிறார்கள். குயில் அவருடன் பேசுவதன் மூலம் அவரை மகிழ்விக்கிறது. இடையில் கைதட்டல்களும் விளையாடுகிறார்கள். மகரந்தத்தின் வாசனை பூக்களிலிருந்து வருகிறது, வீட்டில் வயதான பெண்கள் கம்பு மற்றும் உப்புடன் குழந்தையைப் பார்ப்பது போல. பாசந்த் காம்தேவின் மகன், ரோஜா மொட்டுகள் காலையில் ஒரு சிட்டிகை கொண்டு எழுந்திருக்கும்.

कवित्त


फटिक सिलानि सौं सुधारयौ सुधा मंदिर,
उदधि दधि को सो अधिकाइ उमगे अमंद।
बाहर ते भीतर लौं भीति न दिखैए ‘देव’,
दूध को सो फेन फैल्यो आँगन फरसबंद।
तारा सी तरुनि तामें ठाढ़ी झिलमिली होति,
मोतिन की जोति मिल्यो मल्लिका को मकरंद।
आरसी से अंबर में आभा सी उजारी लगै,
प्यारी राधिका को प्रतिबिंब सो लगत चंद॥

Meaning in English

The beauty of the moonlit night has been described in this poem.  The light of the moonlight is shattering as if the light of a crystal is illuminating the earth.  White light looks as if the sea of ​​curd is flowing.  Everything is clearly visible in this light.  It seems that milk froth has spread all over the floor.  In that froth, the stars look as if girls of the state of Tarunai are standing.  It seems that the beads have got shine or like the belle flower has got the juice.  The whole sky looks like a mirror with lights spread all around.  Amidst all this, the moon of full moon looks as if Radha's reflection is seen in that mirror.

Meaning in Hindi

इस कविता में चांदनी रात की सुंदरता का वर्णन किया गया है।  चांदनी की रोशनी ऐसी बिखर रही है मानो एक क्रिस्टल की रोशनी धरती को रोशन कर रही हो।  श्वेत प्रकाश ऐसा लगता है मानो दही का समुद्र बह रहा हो।  इस प्रकाश में सब कुछ स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।  ऐसा लगता है कि दूध का झाग पूरे फर्श पर फैल गया है।  उस झाग में तारे ऐसे दिखते हैं जैसे तरुणाई राज्य की लड़कियां खड़ी हैं।  ऐसा लगता है कि मोतियों को चमक मिली है या जैसे बेल के फूल को रस मिला है।  पूरा आकाश चारों ओर फैले रोशनी वाले दर्पण की तरह दिखता है।  इस सब के बीच, पूरनमासी का चाँद ऐसा लगता है जैसे कि राधा का प्रतिबिंब उस दर्पण में दिखता है।

Meaning in Tamil

நிலவொளி இரவின் அழகு இந்த கவிதையில் விவரிக்கப்பட்டுள்ளது.  ஒரு படிகத்தின் ஒளி பூமியை ஒளிரச் செய்வது போல் நிலவொளியின் ஒளி சிதறுகிறது.  தயிர் கடல் பாய்வது போல் வெள்ளை ஒளி தெரிகிறது.  இந்த வெளிச்சத்தில் எல்லாம் தெளிவாகத் தெரியும்.  பால் நுரை தரையெங்கும் பரவியதாகத் தெரிகிறது.  அந்த நுரையில், நட்சத்திரங்கள் தருணாய் மாநிலத்தின் பெண்கள் நிற்பது போல் தெரிகிறது.  மணிகள் பளபளப்பாகிவிட்டன அல்லது பெல்லி பூவுக்கு சாறு கிடைத்தது போல் தெரிகிறது.  வானம் முழுவதும் விளக்குகள் நிறைந்த கண்ணாடி போல் தெரிகிறது.  இத்தனைக்கும் இடையில், அந்த கண்ணாடியில் ராதாவின் பிரதிபலிப்பு காணப்படுவது போல் முழு நிலவின் சந்திரன் தெரிகிறது.

सवैया (अभ्यास)

 कवि ने ‘श्रीब्रजदूलह’ किसके लिए प्रयुक्त किया है और उन्हें संसार रूपी मंदिर का दीपक क्यों कहा है?
उत्तर:
 कवि ने कृष्ण के लिए 'श्रीबजदुल्लाह' का प्रयोग किया है।  जिस तरह एक दीपक पूरे मंदिर को रोशन करता है, उसी तरह कृष्ण पूरी दुनिया को रोशन करते हैं।  इसलिए, उन्हें दुनिया के समान मंदिर का दीपक कहा गया है।

Meaning in English:


Savaiya (Practice)

 1. For whom has the poet used 'Sribrajdulah' and why have he called him the lamp of the world-like temple?

  Answer: The poet has used 'Sribrajdulah' for Krishna.  Just as a lamp illuminates the entire temple, similarly Krishna illuminates the whole world.  Therefore, he has been called the lamp of the world-like temple.

पहले सवैये में से उन पंक्तियों को छाँटकर लिखिए जिनमें अनुप्रास और रूपक अलंकार का प्रयोग हुआ है?

उत्तर: अनुप्रास अलंकार निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयोग किया जाता है:
  कटि किंकिनि कै धीनी की मधुराई
  साँवरे अंग लसै पट पीत, हिये हुलसै बनमाल सुहाई।

  रूपक अलंकार का प्रयोग निम्नलिखित पंक्ति में किया जाता है:
  मंद हँसी मुखचंद जुंहाई, जय जग-मंदिर-दीपक सुन्दर।

Meaning in English:

 2.First of all, write the lines in which the alliteration and metaphor are used?

Ans:

Alliteration is used in the following lines:


Anklets of Krishna's feet are melodious. 
Krishna is wearing a looms in his waist, which also sounds melodious


The metaphorical is used in the following line:

His head is decorated with a crown under which his playful eyes are beautifying.  His face looks like the moon.
3. निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य सौंदर्य स्पष्ट कीजिए:
पाँयनि नूपुर मंजु बजै, कटि किंकिनि कै धुनि की मधुराई।
साँवरे अंग लसै पट पीत, हिये हुलसै बनमाल सुहाई।
उत्तर: इन पंक्तियों में कवि ने श्रृंगार रस का प्रयोग किया है।  वह पायल और कमरघानी से निकलने वाले संगीत की धुन को चित्रित करता है।  इसके बाद, उन्होंने कालिख पर पीले कपड़े की सुंदरता का वर्णन किया है।  इसके साथ ही एक फूल माला भी सुनाई गई है।  इसमें विभिन्न गहनों का इस्तेमाल किया गया था और तुकबंदी भी अच्छी तरह से की गई है।

Meaning in English:

Explain the poetic beauty of the following lines:
 पाँयनि नूपुर मंजु बजै, कटि किंकिनि कै धुनि की मधुराई।
साँवरे अंग लसै पट पीत, हिये हुलसै बनमाल सुहाई।

 Answer: In these lines, the poet has used Shringar Rasa.  He portrays the melody of music emanating from  anklets and beads which attached in his hip cloth.  After this, he has described the beauty of yellow clothes on the soot.  Along with this a flower garland has also been narrated.  Various ornaments were used in this and rhyme is also done well.
  
4.दूसरे कवित्त के आधार पर स्पष्ट करें कि ऋतुराज बसंत के बाल-रूप का वर्णन परंपरागत वसंत वर्णन से किस प्रकार भिन्न है।
उत्तर: परंपरागत रूप से, अधिकांश कवि एक युवा के रूप में वसंत का चित्रण करते हैं।  ऐसा इसलिए है क्योंकि वसंत को काम के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।  लेकिन इस कविता में वसंत को एक बच्चे के रूप में दर्शाया गया है।  इसलिए यह विवरण पारंपरिक विवरण से अलग है।

Meaning in English:

On the basis of the second verse, explain how the description of the form of Rituraja Basant is different from the traditional Vasanta description.
Answer: Traditionally, most poets depict spring as a young man.  This is because the spring is seen as a symbol of work.  But in this poem, spring is depicted as a child.  Therefore this description is different from the traditional description.
5. प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दै’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: जब सुबह गुलाब की कलियाँ फूटती हैं, तो ऐसा लगता है कि वे वसंत में चुटकी से जाग रही हैं।  ऐसा कहा जाता है कि अधिकांश फूल सुबह में खिलते हैं और फिर दिन की शुरुआत करते हैं।  वसंत की छटा दिन में ही देखने लायक होती है।

Meaning in English

.प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दै 'Explain the meaning of this line.

 Answer: When the rose buds crack in the morning, it seems that they are waking up in the spring with a pinch.  It is said that most flowers bloom in the morning and then begin the day.  The shade of spring is worth seeing in the day itself.

6.चाँदनी रात की सुंदरता को कवि ने किन-किन रूपों में देखा है?

उत्तर: चाँदनी रात की सुंदरता को कवि ने कई रूपों में देखा है जैसे कि स्फटिक, दही का समंदर, दूध का झाग, दर्पण, आदि। इन सब उपमाओं में सफेद रंग की बहुलता है जो प्रकाश और शुद्धता का प्रतीक है।

In what ways has the poet seen the beauty of moonlight night?

 Answer: The poet has seen the beauty of moonlight night in many forms such as crystal, curd sea, milk froth, mirror, etc.  There is a plurality of white colors in all these similes which symbolize light and purity.
7.‘प्यारी राधिका को प्रतिबिंब सो लगत चंद’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट करते हुए बताएँ कि इसमें कौन सा अलंकार है?
उत्तर: कवि को लगता है कि चंद्रमा राधा के प्रतिबिंब की तरह है।  यहाँ विषम अलंकरण का उपयोग किया जाता है क्योंकि चंद्रमा को इसका प्रतिबिंब माना जाता है न कि राधा को।  इसका अर्थ है कि राधा के नीचे चंद्रमा को दर्शाया गया है।

Meaning in English:

Explain the expression of 'Pyar Radhika Ko Pratibha So Lagat Chand' by explaining the line and what is the ornament in it?
Answer: The poet feels that the moon is like a reflection of Radha.  Here the use of contrasting ornamentation is done because the moon is considered to be a reflection of it and not Radha.  This means that the moon is depicted below Radha.

8.तीसरे कवित्त के आधार पर बताइए कि कवि ने चाँदनी रात की उज्ज्वलता का वर्णन करने के लिए किन-किन उपमानों का प्रयोग किया है?

उत्तर: चाँदनी रात की उज्ज्वलता का वर्णन करने के लिए कवि ने स्फटिक की रोशनी, दही के सफेद रंग, दूध के झाग, आदि उपमानों का प्रयोग किया है।

Meaning in English:

On the basis of the third verse, tell what are the poems used by the poet to describe the brightness of the moonlight night?

 Answer: To describe the brightness of the moonlight night, the poet has used rhinestone light, white color of curd, foam of milk, etc.

9.पठित कविताओं के आधार पर कवि देव की काव्यगत विशेषताएँ बताइए।

उत्तर: कवि देव ब्रजभाषा में लिखते थे। लेकिन उनके शब्दों के चयन से पता चलता है कि वे बहुत ही सुसंस्कृत भाषा का प्रयोग करते थे। कवि को यदि श्रृंगार रस का कवि कहा जाये तो इसमे अतिशयोक्ति नहीं होगी। कवि को प्रकृति की सुंदरता के चित्रण में महारत हासिल है। वे तरह तरह के अलंकारों का प्रयोग करते हैं।

Meaning in English:

Based on the poems read, describe the poetic features of the poet Dev.

 Answer: The poet Dev used to write in Braj Bhasha.  But his selection of words suggests that he used very cultured language.  If a poet is called a poet of adornment, then there will be no exaggeration.  The poet has mastered the depiction of the beauty of nature.  They use a variety of ornaments.
Meaning in Tamil

படித்த கவிதைகளின் அடிப்படையில், தேவ் கவிஞரின் கவிதை அம்சங்களை விவரிக்கவும்.

  பதில்: கவிஞர் தேவ் பிரஜ் பாஷாவில் எழுதப் பழகினார்.  ஆனால் அவர் சொற்களைத் தேர்ந்தெடுப்பது அவர் மிகவும் பண்பட்ட மொழியைப் பயன்படுத்தியதாகக் கூறுகிறது.  ஒரு கவிஞரை அலங்காரக் கவிஞர் என்று அழைத்தால், மிகைப்படுத்தல் இருக்காது.  இயற்கையின் அழகை சித்தரிப்பதில் கவிஞர் தேர்ச்சி பெற்றிருக்கிறார்.  அவர்கள் பலவிlதமான ஆபரணங்களைப் பயன்படுத்துகிறார்கள்.
Thankyou for your support 🙏🙏🙏🙏🙂
 
 

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2 Comments

  1. Nice explanation mam. Need meera lesson explanation

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  2. Mam,plz give explanation of all lessons of Hindi subject for class 10
    These are very much helpful
    Thank u sooo much

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