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खंड - ’क’


प्रश्न 1

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यामपूर्वक पढ़कर पूछे गए ग्रश्नों के उत्तर लिखिए :

भूख से मरते बेकार लोगों का परमेश्वर तो कोई काम और उससे मिलने वाली रोटी ही है । उनके लिए परमेश्वर का यही एकमात्र स्वीकार्य रूप हो सकता है । ईश्वर ने मानव की सृष्टि काम करके अपना भोजन जुटाने के लिए की । जो काम नहीं करते वे एक प्रकार के चोर हैं । भारत में आज भी अनेक लोगों को लाचारीवश ही सही, आधे साल तक चोरों का सा जीवन बिताना पड़ता है । फिर क्या आश्चर्य यदि भारत आज एक विशाल कारागार बन गया है ? भूख ही वह कारण है जो भारत को चरखे की ओर लिए जा रहा है । चरखे की पुकार सबसे उदात्त, सबसे मीठी है । कारण, यह प्रेम की पुकार है । और प्रेम ही स्वराज है । अगर हमारे करोड़ों देशवासियों को अपने बेकार समय का उपयोग करना नहीं आता तो उनके लिए. स्वराज का कोई मतलब नहीं है । इस स्वराज को थोड़े समय में प्राप्त करना संभव है और इसका एकमात्र उपाय यह है कि हम फिर से चरखे की शरण में जाएँ ।

मैं विकास चाहता हूँ, आत्म-निर्णय का अधिकार चाहता हूँ, स्वतंत्रता भी चाहता हूँ, लेकिन सब-कुछ आत्मा की ख़ातिर चाहता हूँ । मुझे तो इसमें शक है कि मानव लौह-युग में स्तर युग से सचमुच आगे बढ़ा है । मैं इस ओर से उदासीन हूँ । हमें अपनी बौद्धिक शक्ति और अन्य सभी शक्तियों का उपयोग आत्मा के विकास के लिए करना है । आधुनिक ज्ञान-विज्ञान से सम्पन्न किसी व्यक्ति के बारे में मैं आसानी से सोच सकता हूँ कि वह मानव-जाति के लिए कोई स्थायी और नया आविष्कार कर सकता है, वह ईश्वर का नित नवीन गुण-गान करते हुए इस दुख-संतप्त धरित्री को शांति और सदभावना का संदेश दे सकता है । लोगों से चरखा अपनाने के लिए कहने का मतलब है श्रम की गरिमा का स्वीकार । चरखे ’को उसके गौस्वपूर्ण स्थान से विदेशी वस्त्रों के प्रति हमारे आकर्षण ने ही दूर किया है । इसलिए मैं विदेशी वस्त्र पहनना पाप मानता हूँ ।

(क) स्वराज प्राप्ति के लिए किसकी शरण की बात की जा रही है और क्यों ?

उत्तर -

  • चरखे की शरण ;

कारण -

  1. स्वराज को थोड़े समय में प्राप्त करने के लिए
  2. समय के सदुपयोग द्वारा वास्तविक स्वराज प्राप्त करने के लिए
  3. कार्य करके भोजन जुटाने के लिए
  4. श्रम को महत्व देने के लिए
  5. प्रेम की पुकार


(ख) चोर किसे कहा गया है और क्यों ?

उत्तर -

  1. काम-काज न करने वाले लोगों को ;
  2. स्वयं काम किए बिना प्राप्त हुआ भोजन चोरी द्वारा प्राप्त र्हुइ वस्तुओं के समान
  3. ईश्वर ने मनुष्य को काम करने के लिए रचा है

(ग) आत्मा की ख़ातिर कौन-सी चीज़ें चाहिए ?

उत्तर - आत्म-निर्णय का अधिकार, स्वतंत्राता और विकास

(घ) आधुनिक ज्ञान-विज्ञान से सम्पन्न व्यक्ति क्या-क्या कर सकता है ?

उत्तर -

  1. वह मानव-जाति के लिए स्थायी और नया आविष्कार कर सकता है।
  2. वह ईश्वर का नित नवीन गुणगान करते हुए दुख-संतप्त ध्ररतीे को शांति और सद्भावना का संदेश दे सकता है

(ड) लेखक की दृष्टि में विशाल कारागार क्या है?

उत्तर - भारत

(च) उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए ।

उत्तर - चरखे का महत्व / श्रम की उपयोगिता

(अन्य उपयुक्त शीर्षक भी स्वीकार्य)

खंड - ’ख’

प्रश्न 2

निर्देशानुसार उत्तर लिखिए

(क) मैं तो मुग्ध् था उनके मधुर गान पर - जो सदा ही सुनने को मिलता। (सरल वाक्य में बदलिए)

उत्तर - सदा ही सुनने को मिलने वाले उनके मधुर गान पर मैं तो मुग्ध् था। /

मैं तो सदा ही सुनने को मिलने वाले / सुनाई देने वाले उनके मधुर गान पर मुग्ध् था।

(ख) कहा जा चुका है कि मूर्ति संगमरमर की थी। (आश्रित वाक्य पहचानकर लिखिए और उसका भेद भी लिखिए)

उत्तर -

आश्रित उपवाक्य - मूर्ति संगमरमर की थी

भेद - संज्ञा आश्रित उपवाक्य

(ग) मुड़कर देखा तो अवाक् रह गए। (रचना के आधर पर वाक्य का भेद लिखिए)

उत्तर - मिश्र वाक्य

(घ) मिलने आए हुए लोगों को देखकर उन्होंने स्वागत किया। (संयुक्त वाक्य में बदलकर लिखिए)

उत्तर - उन्होंने मिलने आए हुए लोगों को देखा और स्वागत किया। /

मिलने आए हुए लोगों को उन्होंने देखा और स्वागत किया। /

उन्होंने मिलने आए हुए लोगों को देखा और उनका स्वागत किया।

प्रश्न 3

निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन कीजिए -

(क) आओ, बैठा जाए। (कर्तृवाच्य में बदलिए)

उत्तर - आओ, बैठें। / आओ बैठते हैं।

(ख) हम चल नहीं सकेंगे। (भाववाच्य में)

उत्तर - हमसे चला नहीं जा सकेगा / जाएगा।

(ग) नवाब साहब ने संगति के लिए उत्साह नहीं दिखाया (कर्मवाच्य में)

उत्तर - नवाब साहब द्वारा / के द्वारा संगति के लिए उत्साह नहीं दिखाया गया।

(घ) चरखे को उसके गौरवपूर्ण स्थान से दूर कर दिया गया। (कर्तृवाच्य में)

उत्तर - चरखे को उसवेफ गौरवपूर्ण स्थान से दूर कर दिया।

प्रश्न 4

निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए -

(पद नाम सही होने पर ही एक अन्य बिंदु के लिए अंक दें)

(क) मैं इस ओर से उदासीन हूँ।

उत्तर - मैं - सर्वनाम (पुरुषवाचक), पुल्लिंग/स्त्राीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक, ‘उदासीन होना’ क्रिया का कर्ता

(ख) मैं अर्थशास्त्रा और नीतिशास्त्रा में बहुत अध्कि अंतर नहीं समझता।

उत्तर - नहीं - क्रियाविशेषण (रीतिवाचक), ‘समझना’ क्रिया की विशेषता

(ग) मेरे देखने के बाद चोर और तेज़ भागने लगा।

उत्तर - चोर - संज्ञा (जातिवाचक), एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक, ‘भागने लगा’ क्रिया का कर्ता

(घ) भगत ने अपनी पतोहू को उसके भाई के साथ विदा किया।

उत्तर - भाई - संज्ञा (जातिवाचक), एकवचन, पुल्लिंग, / ‘के साथ’ - संबंधबोधक, ‘भाई’ के साथ संबंध्

प्रश्न 5

निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर लिखिए -

(क) ‘करुण रस’ का एक उदाहरण लिखिए।

उत्तर - ‘करुण रस’ का कोई भी उपयुक्त उदाहरण स्वीकार्य

(ख) निम्नलिखित काव्य पंक्तियों में रस पहचानकर लिखिए -

बोले चितै परसु की ओरा। रे सठ सुनेहि सुभाउ न मोरा।।

बालकु बोलि बंधो नहीं तोहि। केवल मुनि जड़ जानहि मोही।।

उत्तर - रौद्र रस

(ग) ‘आलंबन’ किसे कहते हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर - वह आधर जिस पर स्थायी भावों की जागृति होती है जैसे ; ‘ शृंगार रस के अंतर्गत नायक-नायिका आलंबन होंगे।

(अन्य उपयुक्त उदाहरण स्वीकार्य)

(घ) ‘उत्साह’ किस रस का स्थायी भाव है?

उत्तर - वीर रस

(ड) ‘गोपियों की विरह दशा’ के भाव किस रस के अंतर्गत आते हैं?

उत्तर - शृंगार रस

प्रश्न 6

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्त लिखिए :

एक बार कॉलेज से प्रिंसिपल का पत्र आया कि पिताजी आकर मिलें और बताएँ कि मेरी गतिविधियों के कारण मेंरे ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए ? पत्र पढ़ते ही पिताजी आग-बबूला । यह लड़की मुझे कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं रखेगी ... पता नहीं क्या-क्या सुनना पड़ेगा वहाँ जाकर ! चार बच्चे पहले भी पढ़े, किसी ने ये दिन नहीं दिखाया । गुस्से से भन्नाते हुए ही वे गए थे । लौटकर क्या कहर बरपा होगा, इसका अनुमान था, सो मैं पड़ोस की एक मित्र के यहाँ जाकर बैठ गई । माँ को कह दिया कि लौटकर बहुत कुछ गुबार निकल जाए, तब बुलाना । लेकिन जब माँ ने आकर कहा कि वे तो ख़ुश ही हैं, चली चल, तो विश्वास नहीं हुआ ।

(क) “आग-बबूला’ का आशय समझाते हुए लिखिए कि पिताजी के आग-बबूला होने के क्या कारण रहे होंगे ।

उत्तर -

  1. आग-बबूला होना - अत्यध्कि क्रोधित होना ;
  2. कारण - काॅलेज से बेटी की शिकायत आने पर सामाजिक रूप से लज्जित होने का भय

(ख) पिताजी लौटकर खुश क्यों थे और उन्होंने अपनी प्रसन्नता को कैसे व्यक्त किया ?

उत्तर -

  1. उनकी बेटी का काॅलेज की लड़कियों पर रौब जानकर ;

  2. गदगद स्वर में सबको प्रिंसिपल से हुई बातचीत सुनाकर

(ग) माता-पिता का ऐसा भय बच्चों के विकास के लिए अनुचित क्यों है ? तर्क सहित लिखिए ।

उत्तर - (संदर्भगत मुक्त उत्तर पर अंक दिए जाएँ)

प्रश्न 7

निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों वेफ उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए -

(क) बिस्मिल्ला खाँ के उदाहरण से यह स्पष्ट कीजिए कि अपने मज़हब से सच्चा प्यार करने वाला दूसरे का भी सम्मान करता है।

उत्तर - अपने मज़हब वेफ प्रति समर्पित होते हुए भी -

  1. बालाजी मंदिर पर प्रतिदिन सवेरे शहनाई बजाना

  2. बिस्मिल्ला खाँ द्वारा काशी के संकटमोचन मंदिर में आयोजित संगीत समारोह में भाग लेना

  3. काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रति श्रद्धा

  4. काशी से बाहर रहने पर काशी की ओर शहनाई का प्याला घुमाकर शहनाई बजाना

  5. गंगा मैया के प्रति श्रद्धा

  6. बालाजी मंदिर पर प्रतिदिन सवेरे शहनाई बजाना

  7. काशी को जन्नत मानना


(ख) ‘‘इतनी-सी बात पर उनकी आँखें भर आईं’’ - ऐसा विशेष क्या था जिससे हालदार साहब की आँखें नम हो उठीं?

उत्तर -

  1. नेता जी की मूर्ति की आँखों पर रखे सरकंडे से बने छोटे-से चश्मे को देखकर हालदार साहब की आँखें भर आईं।

  2. चश्मा भावी पीढ़ी में देशभक्तों के प्रति सम्मान और देशभक्ति का प्रतीक

(ग) नवाब साहब किस वर्ग के प्रतीक हैं? उनके प्रति आपकी राय क्या है? ‘लखनवी अंदाज’ पाठ के आधर पर लिखिए।

उत्तर -

  1. नवाब साहब दिखावे का जीवन जीने वाले सामंती वर्ग का प्रतीक ;

(प्रश्न के दूसरे भाग के लिए संदर्भगत मुक्त पर अंक दिए जाएँ)

(घ) ‘‘बालगोबिन भगत गृहस्थ जीवन में भी संन्यासी थे।’’ सोदाहरण टिप्पणी कीजिए।

उत्तर - गृहस्थ होते हुए भी गृहस्थ जीवन में लिप्त नहीं थे -

  1. पुत्र, पुत्रवधु, घर, खेतीबारी होते हुए भी रहन-सहन संन्यासियों वाला

  2. कबीरपंथी - कबीर को साहब मानना, उनके गीत गाना,

उनके सिद्धांतों पर चलना

उदाहरण -

  1. व्यवहार से संन्यासी - सत्यवादी, झगड़ा मोल न लेना, किसी दूसरे की वस्तु को हाथ तक न लगाना, संतोषी प्रवृत्ति

  2. संन्यासियों वाली दिनचर्या - प्रातः उठकर नदी-स्नान, फिर भजन-गायन, शाम को पुनः भजन-गायन

  3. सांसारिक मोहमाया से निर्लिप्त - उपज को एक मठ में भेंट कर देना, जो कुछ वहाँ से प्रसाद रूप में मिलता, उसी पर गुज़र करना, पुत्र की मृत्यु पर शोक के स्थान पर उत्सव मनाना आदि

(प्रश्न के दोनों भागों के उत्तर के लिए एक-एक बिंदु अपेक्षित)

(ड) फादर कामिल बुल्के की मृत्यु किस बीमारी से र्हुइ ? लेखक को क्यों लगता है कि उनको उस बीमारी से नहीं मरना चाहिए था?

उत्तर -

  1. ज़हरबाद / गैंग्रीन से ;

  2. कामिल बुल्के की रग-रग में दूसरों के लिए स्नेह की मिठास भरी थी

प्रश्न 8

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए -

लड़की अभी सयानी नहीं थी

अभी इतनी भोली सरल थी

की उसे सुख का आभास तो होता था

लेकिन दुःख बाँचना नहीं आता था

पाठिका थी वह धुँधले प्रकाश की

कुछ तुर्कों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों की

माँ ने कहा पानी में झाँक कर

अपने चहरे पर मत रीझना

आग रोटियाँ सेंकने के लिए है

जलने के लिए नहीं

वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह

बंधन है स्त्री जीवन के।

(क) काव्य-पंक्तियों में ‘सयानी’ और ‘भोली’ शब्द आए हैं। लड़की के संदर्भ में इनके अर्थ स्पष्ट कीजिए।

उत्तर -

  1. दुनियादारी की समझ नहीं थी।

  2. सरल हृदय थी।

  3. सुख को पहचान पाती थी, दुख को नहीं

(कोई दो बिंदु अपेक्षित)

(ख) माँ ने लड़की को कौन-कौन सी सीख दीं? उनके पीछे क्या कारण था?

उत्तर -

  1. अपने रूप-सौंदर्य पर गर्व न करना

  2. वस्त्रा-आभूषण बंध्न हैं, अतः उनके मोह में न पड़ना

  3. जीवन की चुनौतियों का सामना करना

  4. आग से भोजन पकाना लेकिन जलना नहीं

  5. अपने स्वाभाविक गुणों को मत छोड़ना लेकिन कमज़ोर न बनना ;

  6. अपनी पुत्री के भविष्य के प्रति चिंता के कारण

(ग) ‘‘पाठिका थी वह ................................... पंक्तियों की’’ -

लड़की के लिए यह कहने का क्या आशय है? इन पंक्तियों से उसका कैसा चित्र उभरता है?

उत्तर -

  1. जीवन की कटु वास्तविकताओं और व्यावहारिकताओं से अनजान थी।

  2. मानसिक रूप से परिपक्व नहीं हुई थी।

प्रश्न 9

निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर 30-40 शब्दों में लिखिए -

(क) ‘संगतकार’ कविता में मुख्य गायक के सन्दर्भ में ‘नौसिखिया का प्रयोग क्यों हुआ है? स्पष्ट करके लिखिए।

उत्तर -

  1. प्रसिद्द / मुख्य गायक भी नौसिखिया जैसी गलती कर सकता है।

  2. मुख्य गायक को उन दिनों का स्मरण कराने के लिए जब उसने गायन सीखना प्रारंभ ही किया था।

(ख) प्रकृति की शोभा- श्री फागुन में कैसे अपना रंग-रूप बदलती है? ‘अट नहीं रही है’ कविता के आधर पर लिखिए।

उत्तर - लाल-हरे नए पत्ते निकलना, सर्वत्रा फूलों का खिलना, हवा में सुगंध् फैलना

(ग) ‘‘अल्पवयस बालक बुज़ुर्गों को छेड़कर आनंदित होते हैं’’ - ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ के आधर पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर - व्यंग्य भरी मुसकान के साथ लक्ष्मण द्वारा बार-बार परशुराम पर कटाक्ष करना जैसे -

  1. हमने बचपन में खेल-खेल में ऐसे कई धनुष तोड़ दिए तब तो आप क्रोधित नहीं हुए।

  2. एक-दो धनुष के टूटने से कौन-सा नफा-नुकसान हो जाएगा। आप एक महान योद्धा हैं, लेकिन मुझे बार-बार आप ऐसे कुल्हाड़ी दिखा रहे हैं जैसे कि आप किसी पहाड़ को फूंक मारकर उड़ा देना चाहते हैं।

  3. आपके वचन ही इतने कड़वे हैं कि आपने व्यर्थ ही धनुष-बाण और कुल्हाड़ी को धरण किया हुआ है।

  4. आप तो अपनी प्रशंसा करने में माहिर हैं, तब भी संतोष नहीं हुआ तो फिर से कुछ कहिए।

  5. जो वीर होते हैं वे व्यर्थ में अपनी बड़ाई नहीं करते बल्कि अपनी करनी से अपनी वीरता को सिद्ध करते हैं।

  6. वे तो कायर होते हैं जो युद्ध में शत्रु के सामने आ जाने पर अपना झूठा गुणगान करते हैं।


(घ) ‘हरि हैं राजनीति पढ़ि आए’ - में राजनीति से कृष्ण की किस नीति की ओर गोपियों ने व्यंग्य किया है और क्यों?

उत्तर - नीतियाँ -

  1. मिलने का वचन देकर मुकर जाना

  2. स्वयं न आकर अपना संदेशवाहक / उद्धव को भेजना

  3. प्रेम-संदेश के स्थान पर योग-संदेश भेजना

  4. राजपाट के लिए अपने प्रियजनों को भूल जाना


कारण - कृष्ण के प्रति अपने प्रेम, क्रोध् और रोष को व्यक्त करने हेतु व्यंग्य करने के लिए

(ड) ‘शेफालिका के फूल झरने’ का भाव ‘यह दंतुरित मुसकान’ कविता के आधर पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर - कवि के मन में बच्चे के प्रति वात्सल्य या स्नेह जैसी कोमल भावनाओं का उत्पन्न होना / अनजान स्पर्श से बच्चे की आँखों से स्वाभाविक रूप से आँसू गिरना

प्रश्न 10

निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों वेफ उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए -(क) ‘माता का अँचल पाठ में ग्रामीण जीवन की झाँकी है’ - सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।

उत्तर -

  1. पेड़ो की डालों पर झूलना

  2. काठ का घोडा जैसे खिलौने

  3. बच्चों के गली-मुहल्लों के खेल

  4. माँ द्वारा बच्चे को सजाने का तरीका

  5. बच्चों के खेल-गीत

  6. आम के बाग में आम खाना

  7. खेती-बारी

(ख) ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ में बाह्य जगत की यात्रा के साथ-साथ आंतरिक यात्रा का चित्र भी प्रस्तुत किया गया है, कैसे? विवरण सहित लिखिए।

उत्तर -

  1. गैंगटाॅक शहर की रात में लेखिक द्वारा बाहरी वातावरण की तरह, अपने भीतर भी शून्यता और शांति का अनुभव करना

  2. मार्ग के सौंदर्य से अभिभूत लेखिका का शांत और भारहीन महसूस करना

  3. जीवन की अनंतता के प्रतीक निर्मल झरने में पैर रखकर मन की तामसिकताओं के बह जाने का अनुभव करना

  4. प्राकृतिक सौंदर्य द्वारा जीवन रहस्यों को समझाने का प्रयास करना

  5. अनंत और अनादि ब्रह्मांड में मानव के अस्तित्व की क्षुद्रता और नश्वरता का एहसास करना

  6. पत्थर तोडती महिलाओं को देखकर मानव जीवन की चुनौतियों से संबंधित पूर्व अनुभवों को याद करना

  7. तिस्ता नदी के किनारे सुख और शांति के रहस्य का बोध होना

(ग) ‘जाॅर्ज पंचम की नाम’ लगाने के लिए मूर्तिकार द्वारा किए गए प्रयत्नों का अपने शब्दों में उल्लेख कीजिए।

उत्तर -

  1. जाॅर्ज पंचम की मूर्ति वेफ पत्थर जैसा पत्थर खोजने वेफ लिए देश भर में घूमना

  2. जाॅर्ज पंचम की मूर्ति के लिए देशभर में भारतीय नेताओं और शहीद बच्चों की मूर्तियों की नाक जाँचना

  3. मूर्ति में किसी जीवित व्यक्ति की नाक लगाने का सुझाव देना

  4. स्वयं जिंदा नाक खोजना और मूर्ति पर लगाना


प्रश्न 11

निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधर पर लगभग 200 से 250 शब्दों में निबंध लिखिए -

(क) आधुनिक जीवन-शैली और स्वास्थ्य

  1. जीवन-शैली में आ रहे परिवर्तन

  2. स्वास्थ्य का महत्व

  3. जीवन-शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव

(ख) विकास की देन - दूषित पर्यावरण

  1. प्रकृति, पर्यावरण की आवश्यकता

  2. मनुष्य की जवाबदेही

  3. विकास की आधुनिक अवधरणा में पर्यावरण

(ग) ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’

  1. उपदेश से तात्पर्य

  2. उपदेश और आचरण

  3. उपदेश महत्वपूर्ण अथवा आचरण

उत्तर -

निबंध्-लेखन

  1. भूमिका और उपसंहार

  2. विषय-वस्तु

  3. प्रस्तुति

  4. भाषायी शुद्धता

प्रश्न 12

‘स्वच्छता अभियान’ के कारण लोगों के व्यवहार और मानसिकता में आए परिवर्तन पर अपने विचार प्रकट करते हुए किसी समाचार-पत्र के संपादक को लगभग 80-100 शब्दों में पत्रा लिखिए।

अथवा

दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात आप व्यावसायिक विषय लेना चाहते हैं, जबकि आपके माता-पिता विज्ञान के लिए उत्सुक हैं। अपने विषय-चयन के पीछे अपनी रुचि आदि का उचित कारण बताते हुए पिता को लगभग 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।

उत्तर -

पत्र-लेखन

  1. प्रारूप

  2. विषयवस्तु

  3. भाषायी शुद्धता

प्रश्न 13

‘‘प्रकृति की रक्षा से ध्ररती और मानव-जाति की रक्षा संभव है’’ - इस विषय पर लगभग 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

अथवा

पर्यावरण की शुद्धता के लिए सरकार की ओर से सार्वजनिक वाहनों के उपयोग की अपील करते हुए 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

उत्तर -

विज्ञापन-लेखन

  1. रचनात्मक प्रस्तुति

  2. विषयवस्तु

  3. भाषायी शुद्धता


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